करती नजरे कर्म भोली माँ है महोबत रेहम भोली माँ
जाऊ चाहे यहां पाउ तेरा निशान रमई कण कण में तू ही नहीं है कहा,
जितना दिया मातारानी ने उतनी मेरी औकात नहीं,
ये तो तेरी रहे मत माता,
मुझमे ऐसी कोई बात नहीं,
जितना दिया माँ मातारानी ने उतनी मेरी औकात नहीं,
मेरी जगदबा बड़ी प्यारी है लाल चोले में लगे प्यारी है,
मैंने बस दर पे माथा टेका है आज जनत हुई हमारी है,
भवानी भव मोचनि दुर्गा चंडी ता है,
निशुंभ शुंभ हरनी जग ये तेरा सारा है,
दुःख निसानी माँ डिंगवासनी माँ देखि उत्तम गाती सिंह वाहनी,
तेरे चरणों में जो न मिलेगी ऐसी कोई सौगात नहीं,
जितना दिया माँ तरानी ने उतनी मेरी औकात नहीं,
बड़ी करुणा मई मैया रानी है इसका दूजा न कोई साहनी है,
जब से दीदार मैंने पाया है हुई धड़कन मेरी दीवानी है,
करे गिला क्या बिन मांगे सब पाए है तेरी है दया को खसुहियो में नहाये है,
मुझे देना सजा जो मैं कर दू खता पर ओह बोली मियां ना होना खफा,
आज मैं जो कुछ हु तेरे दम से इसमें किसी का हाथ नहीं,
जितना दिया माँ तरानी ने उतनी मेरी औकात नहीं,