बाबा जी थी शरण में आया,
श्याम बाबा जी थी शरण में आया,
म्हणे चरना रे चाकर दीजियो हे दिलदार संवारा,
बाबा जी थी शरण में आया,
बाबा जी ऊँगली महारो पकड़ो,
ताहरी सेवा में जीवन देवा हे गुजार संवारा,
बाबा जी माहरे सूद रखियो जियो,
थारै टाबरी खा सु करे एह मनुहार संवारा,
बाबा जी महारो प्रेम पछानो,
माहरे हिवड़े में थे प्रेम की झंकार संवारा,
बाबा जी भूल चूक बिसराये जो,
तासु अर्जी है थारी मर्जी पालनहार संवारा,
बाबा जी तोशी की बात बनाओ,
कभी चोखानी कर देयो नैया पार संवारा,