माई अष्ट भुजा वाराहनी हो मां

माई अष्ट भुजा वाराहनी हो मां ,

प्रथम हाथ में ढाल लिए दूजे तलवार,
तीजे लिए सिरोही चौथे में कटार ॥
माई अष्ट भुजा वाराहनी हो मां ॥

पँचवे गदा सम्हारे रे छठवें त्रयशूल,
सातव पकड़े दुश्मन आठव दिए हूल ।
माई अष्ट भुजा वाराहनी हो मां ॥

चढ़ी सिंह देवी गरजे रे बांधे हथियार,
कौन बीर है रण में जो ठाने रार ।
माई अष्ट भुजा वाराहनी हो मां ॥

पापी बधे अनेकों रे दुर्गा दसभाल ।
अभिमानी नहीं छोड़े कर दिए हलाल ।
माई अष्ट भुजा वाराहनी हो मां ॥

कृष्ण उतारे  माँ की आरति रे भरि कंचन थार ।
सुरपति चँवर डुलावें  कालों की काल ।
माई अष्ट भुजा वाराहनी हो मां ॥

By;  Yogesh Tiwari
download bhajan lyrics (743 downloads)