अवध में राम आए है

सजा दो घर को गुलशन सा
अवध में राम आये हैं...-2
अवध में राम आये हैं
मेरे सरकार आये हैं
अवध में राम आये हैं
मेरे सरकार आये हैं
मेरे सरकार आये हैं


लगे कुटिया भी दुल्हन सी
लगे कुटिया भी दुल्हन सी..
अवध में राम आये हैं
सजा दो घर को गुलशन सा
अवध में राम आये हैं....


पखारो इनके चरणों को
बहा कर प्रेम की गंगा
पखारो इनके चरणों को
बहा कर प्रेम की गंगा -3
बहा कर प्रेम की गंगा
बिछा दो अपनी पलकों को
बिछा दो अपनी पलकों को
अवध में राम आये हैं
सजा दो घर को गुलशन सा
अवध में राम आये हैं.....


तेरी आहट से हैं वाकिफ़
नहीं चेहरे की है दरकार -2
बिना देखे ही कह देंगे
लो आ गए हैं मेरे सरकार
बिना देखे ही कह देंगे
लो आ गए हैं मेरे सरकार
लो आ गए हैं मेरे सरकार...
दुआओं का हुआ है असर
दुआओं का हुआ है असर
अवध में राम आये हैं
सजा दो घर को गुलशन सा
अवध में राम आये हैं.....
अवध में राम आये हैं
मेरे सरकार आये हैं......


लगे कुटिया भी दुल्हन सी
लगे कुटिया भी दुल्हन सी
अवध में राम आये हैं
सजा दो घर को गुलशन सा
अवध में राम आये हैं
अवध में राम आये हैं
मेरे सरकार आये हैं
अवध में राम आये हैं
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