रोम रोम में राम है जिनके

रोम रोम में राम है जिनके हर गुण जो नित गाये,
संकट मोचन राम लला के प्यारे भक्त कहाये,
जय हो बजरंगी जय हो महावीर जय पवन सूत जय जय हनुमान,
रोम रोम में राम है जिनके

बालक पण में गेंद समज निकल लिया सूरज को,
अन्धकार में डूबा दियां तीनो लोक और चौदह भुवन को,
कब से मास तक  हुई न रोशनी सब देवता गण गबराये,
मच गी खलबली सब ने की विनती तब रवि को मुक्त करवाई,
जय हो बजरंगी जय हो महावीर जय पवन सूत जय जय हनुमान,

सीता हरण कियाँ रावण ने व्याकुल थे रघुराई,
समुन्दर लांगने सो योजन का चिंता निकट थी भाई,
बोलो जय सिया राम उड़ चले हनुमान अब कोई रोक न पाए,
लांग के सागर माँ सीता को सन्देश सीता का सुनाये,
जय हो बजरंगी जय हो महावीर जय पवन सूत जय जय हनुमान,
श्रेणी
download bhajan lyrics (778 downloads)