Menu
×
प्रथम पन्ना
home
कृष्ण भजन
krishna bhajans
शिव भजन
shiv bhajans
हनुमान भजन
hanuman bhajans
साईं भजन
sai bhajans
जैन भजन
jain bhajans
दुर्गा भजन
durga bhajans
गणेश भजन
ganesh bhajans
राम भजन
raam bhajans
गुरुदेव भजन
gurudev bhajans
विविध भजन
miscellaneous bhajans
विष्णु भजन
vishnu bhajans
बाबा बालक नाथ भजन
baba balak nath bhajans
देश भक्ति भजन
patriotic bhajans
खाटू श्याम भजन
khatu shaym bhajans
रानी सती दादी भजन
rani sati dadi bhajans
बावा लाल दयाल भजन
bawa lal dayal bhajans
शनि देव भजन
shani dev bhajans
आज का भजन
bhajan of the day
भजन जोड़ें
add bhajans
Get it on Google Play Join Bhajan Ganga Whatsapp channel



Currently you are visiting mobile version. Click http://www.bhajanganga.com/ for full version
हनुमान चालीसा
                        दोहा
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ।।

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार ।
बल बुधि बिद्या देहु मोहि, हरहु कलेस विकार ।।

               चौपाई
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ।।

राम दूत अतुलित बल धामा ।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा ।।

महाबीर बिक्रम बजरंगी ।
कुमति निवार सुमति के संगी ।।

कचन बरन बिराज सुबेसा ।
कानन कुंडल कुंचित केसा ।।

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै ।
काँधे मूँज जनेऊ साजै ।।

संकर सुवन केसरीनंदन ।
तेज प्रताप महा जग बंदन ।।

बिद्यावान गुनी अति चातुर ।
राम काज करिबे को आतुरा ।।

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया ।
राम लषन सीता मन बसिया ।।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।
बिकट रूप धरि लंक जरावा ।।

भीम रूप धरि असुर सँहारे ।
रामचन्द्र के काज सँवारे ।।

लाय सजीवन लखन जियाये ।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये ।।

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई ।
तुम मम प्रिय भरतहि सैम भाई ।।

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं ।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं ।।

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा ।
नारद सारद सहित अहीसा ।।

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ।।

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा ।
राम मिलाय राज पद दीन्हा ।।

तुम्हरो मन्त्र बिभीषन माना ।
लंकेस्वर भए सब जग जाना ।।

जुग सहस्त्र जोजन यर भानू ।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ।।

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीँ ।।

दुर्गम काज जगत के जेते ।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ।।

राम दुआरे तुम रखवारे ।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे ।।

सब सुख लहै तुम्हारी सरना ।
तुम रच्छक काहू को डर ना ।।

आयन तेज सम्हारो आपै ।
तीनों लोक हाँक तें काँपै ।।

भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै ।।

नासै रोग हरै सब पीरा ।
जपत निरंतर हनुमत बीरा ।।

संकट तें हनुमान छुड़ावैं ।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ।।

सब पर राम तपस्वी राजा ।
तिन के काज सकल तुम साजा ।।

और मनोरथ जो कोई लावै ।
सोइ अमित जीवन फल पावै ।।

चारों जुग परताप तुम्हारा ।
है परसिद्ध जात उजियारा ।।

साधु संत के तुम रखवारे ।
असुर निकंदन राम दुलारे ।।

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता ।
अस बर दीन जानकी माता ।।

राम रसायन तुम्हरे पासा ।
सदा रहो रघुपति के दासा ।।

तुम्हरे भजन राम को पावै ।
जनम जनम के दुख बिसरावै ।।

अंत काल रघुबर पुर जाई ।
जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई ।।

और देवता चित्त न धरई ।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई ।।

संकट कटै मिटै सब पीरा ।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ।।

जै जै जै हनुमान गोसाईं ।
कृपा करहु गुरु देव की नाईं ।।

जो सत पार पाठ कर कोई ।
छूटहि बंदि महा सुख होई ।।

जो यह पढ़ै हनुमान चलीसा ।
होय सिद्धि साखी गौरीसा ।।

तुलसीदास सदा हरि चेरा ।
कीजै नाथ हृदय महँ डेरा ।।

                   दोहा
पवनतनय संकट हरन मंगल मूरति रूप ।
राम लषन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप ।।
download bhajan lyrics (2645 downloads)



Similar Bhajans